रविवार, 24 मई 2020

अमोघ शिवकवच


अश्य श्रीशिवकवचश्तोत्रमत्रश्य ब्रह्मा ऋषिः, अनुष्टुप् छन्दः, श्रीसदाशिवरुद्रोदेवता, ह्रीं शक्तिः, वं कीलकम्, श्री ह्रीं क्लीं बीजम्, शदाशिवप्रीत्यर्थे शिवकबचश्तोत्रजपे बिनियोगः

नमो भगवते सदाशिवाय शकलतत्त्वात्मकाय शकलतत्त्वबिहाराय शकललोकैककर्त्त्रे शकललोकैकभर्त्त्रे शकललोकैकहर्त्त्रे शकललोकैकगुरबे शकललोकैकशाक्षिणे शकलनिगमगुह्याय शकलबरप्रदाय शकलदुरितार्त्तिभन्ज़नाय शकलजगदभयंकराय शकललोकैकसक्कंराय ससाक्कंसेखराय सास्वतनिजाभाशाय निर्गुणाय निरुपमाय नीरूपाय निराभाशाय निरामायाय निष्प्रपन्चाय निष्कलक्कांय निर्द्वन्द्वाय निश्शग्गांय निर्मलाय निर्गमाय नित्यरूपबिभबाय निरुपमबिभबाय निराधाराय नित्यसुद्धबुद्धपरिपूर्ण्णशच्चिदानन्दाद्वायाय परमसान्तप्रकासतेजो रूपाय जय जय महारुद्र महारौद्र भद्राबतार दुःखदाबदारण महाभैरब कालभैरब कल्पान्तभैरब कपालमालाधर खट्वाग्गंखग्गंचर्मपासाक्कुंसडमरु सूलचापबाणगदासक्तिभिन्दिपालतोमरमुशलमुद् गरपट्टिशपरसुपरिघभुसुण्डीसतघ्नीचक्राद्यायुधभीषणकर शहश्रमुख दंष्ट्रकराल बिकटाट्टहाशबिश्फारितब्रह्माण्डमण्डलनागेन्द्रकुण्डल नागेन्द्रहार नागेन्द्रबलय नागेन्द्रचर्मधर मृत्युन्जय त्र्यम्वक त्रिपुरान्तक बिरुपाक्ष बिस्वेस्वर बिस्वरूप बृषभवाहन बिषभूषण बिस्वतोमुख शर्बतो रक्ष रक्ष मां ज्वल ज्वल महामृत्युभयमपमृत्युभयं नासय नासय रोगभयमुत्शादयोत्शादय बिषशर्पभयं समय समय चोरभयं मारय मारय मम शत्रूनुच्चाटयोच्चाटय शूलेन बिदारय बिदारय कुठारेण भिन्दि भिन्दि खग्गेंन छिन्दि छिन्दि खट्वाग्गेंन बिपोथय बिपोथय मुशलेन निष्पेषय निष्पेषय बाणैः शंताडय शंताडय रक्षांशि भीषय भीषय भूतानि बिद्राबय बिद्राबय कूष्माण्डबेतालमारीगणब्रह्मराक्षशान् शंत्राशय शंत्राशय मामभयं कुरु कुरु बित्रश्तं मामास्वाशयास्वाशय नरकभयान्मामुर्द्धारयोर्द्धारय शंजीबय शंजीबय क्षुत्तृड्भ्यां मामाप्याययाप्यायय दुःखातुरं मामानन्दयानन्दय शिवकबचेन मामाछ्छादयाछ्छादय त्र्यम्वक सदाशिव नमश्ते नमश्ते


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